उलझे थे जो प्रश्न, सब सुलझ जायेंगे
खोये हुए रास्ते, पथिकों को मिल जायेंगे
जो ना हुआ पुरे महीने, आज ही होगा
अटके थे जो आर्डर, सब निकल जायेंगे
मिल जायेंगे क्लाइंट, चेक साइन होंगे
टार्गेट के गैप यकायक कवर हो जायेंगे
तीस दिन सोये, वो निन्द्रासन से जागेंगे
रेंगने वाले प्राणी, उलटे पैर भागेंगे
कमाल जितने हो सकेंगे, आज कर देंगे
आखिरी है तारिख, आज काम भी कर जायेंगे
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