Skip to main content

जन्मदिन है

नाचो गाओ धूम मचाओ, जन्मदिन है 
ख़ुशी से पागल हो जाओ, जन्मदिन है 

नहीं मिलेगा मौका ऐसा या बहाना 
दिल के अरमान बतादो ना छुपाना 
उलटी गिनती हो भले इसे खूब मनाना 
उम्र रही है बढ़ उसे भी भूल जाना 
बाल हो गए कम के आओ, जन्मदिन है 
स्टाइल के साथ टोपी लगाओ, जन्मदिन है 
यारों की दुआ अशीषें पाओ, जन्मदिन है 
मज़ाक का मत बुरा लगाओ, जन्मदिन है 

पेट हो रहा गोल है उसको ढोल बनाना 
ढीला कुरता पहन के उसको क्या छुपाना 
पिज़्ज़ा बर्गर फ्रेंच फ्राइज है जमके खाना 
आइसक्रीम औ चॉकलेट शेक भी खूब दबाना 
बढे वजनसे मत घबराओ, जन्मदिन है 
मन मन को टन करते जाओ, जन्मदिन है 
खुद पर खुद काफिये मिलाओ, जन्मदिन है 
नया नया कुछ लिखते जाओ, जन्मदिन है 

बीते कल को कर याद है क्यों आंसू बहाना 
जो भा जाए उसको ही गर्लफ्रेंड बनाना 
बच्चे हो रहे बड़े अब उनसे क्या शर्माना 
बीवी को तो रोज़ नयी स्टोरी सुनाना 
कॉलेज वाली को फ़ोन घुमाओ, जन्मदिन है 
टेबल टेनिस भी सिख जाओ, जन्मदिन है 
भाभी से मेरी कविता छुपाओ, जन्मदिन है 
ये है झूठ सब कन्विंस कराओ, जन्मदिन है 

बड़े काम सब हो रहे हैं जश्न मनाना 
छोटे कामों को लेकिन भूल न जाना 
चीन पाक है माना सीधे रस्ते लाना 
मंहगाई बेरोजगारी से मत नज़र हटाना 
कोरोना पर थाली पिटवाओ, जन्मदिन है 
अंट शंट लॉकडाउन लगाओ, जन्मदिन है 
हुई गलती उसको सुधराओ, जन्मदिन है 
तुमसे है उम्मीद बचाओ, जन्मदिन है 

अपने अपने काम बनाओ, जन्मदिन है 
चारोँ जन्मदिवस मनाओ, जन्मदिन है 

दूसरा है जन्मदिन इन्हें कहाँ खबर है 
अगली बदमाशियों पर टिकी नज़र है 
कितने मिलते गिफ्ट ये किसे फ़िकर है 
खेलो तुरंत और तोड़ो बस कहाँ सबर है 
मनमानी सबसे मनवाना, जन्मदिन है 
ना होने पर चिल्लाना, जन्मदिन है 
सब बड़ों की दुआएं पाना, जन्मदिन है 
बेटा बोहत बड़े हो जाना, जन्मदिन है 

दादा लाये कार रिमोट से उसे चलाना 
दो दिन में पुर्जा पुर्जा अलग कर जाना 
दादी को तो पीछे पीछे खूब दौड़ाना 
फिर बैठ के उनकी गोदी दाल-भत्तू खाना 
बाल लीलाएं खूब दिखाओ, जन्मदिन है 
जी भरके उनको सताओ, जन्मदिन है 
देखकर उसको खिलखिलाओ, जन्मदिन है 
भाग के माँ से चिपक जाओ, जन्मदिन है

सोम से लेकर रविवार, तुम डेली मुस्काओ 
सुबह शाम करो योगा एंड वीडियो लगाओ  
रोज़ नया कुछ सीखो, खुद बेहतर बनाओ 
दुआ हमारी सपने सभी सच कर दिखाओ 
जेब करो कुछ ढीली के आओ जन्मदिन है 
दिलदारके साथ हमें भी बुलाओ जन्मदिन है 
केक, चॉकलेट, जमके खाओ जन्मदिन है 
आशीष सदा ही हँसते जाओ जन्मदिन है 

Comments

Popular posts from this blog

कभी ना थे.....

हालात इतने बदतर कभी ना थे  दिलों पे पत्थर कभी ना थे  माना की आप दोस्त नहीं हमारे दुश्मन भी मगर कभी ना थे  लाख छुपाएं वोह हाले दिल हमसे  अनजान मन से हम कभी ना थे ग़म का ही रिश्ता बचा था आखिर  ख़ुशी के यार हम कभी ना थे  कौन हौले से छू गया मन को  नाज़ुक अंदाज़ उनके कभी ना थे चीर ही देते हैं दिल बेरहमीसे  बेवजह मेहरबान वोह कभी ना थे  नज़रों की बातों पे भरोसा करते हैं  शब्दों के जानकार तो कभी ना थे  बिन कहे अफसानों को समझ लेते हैं  लफ़्ज़ों के मोहताज कभी ना थे  सामने तो अक्सर आते नहीं गायब सरकार मगर कभी ना थे याद ना करें शायद वोह हमें  भुलने के हक़दार मगर कभी ना थे 

हो सकता है

प्यार करलो जी भरके आज ही,  कल बदल जाएँ हम-तुम हो सकता है ज़िन्दगी पकड़लो दोनों हाथोंसे,  वक़्त इस पल में ठहर जाये हो सकता है जो बीत चूका वो ख़यालों में अब भी ज़िंदा है  पहली मुलाक़ात और सफ़ेद जोड़ेमें सजी तुम  बंद होते ही आँखें देख लेता हूँ, पलंग पर बैठे  और गुलाब की खुशबु से महकती हुई तुम यादों से मेरी तुम चली जाओ कभी ना होगा  मैं खुद ही को भूल जाऊँ हो सकता है  दो थे हुए एक, जिंदगीके सफरमें हम  तस्वीरोंको नए रंग मिले जब तुमसे मिले हम  फुलवारीमें खिले नए फूल, तुम्हारी मुस्कान लिये मकान घर बन गए, जब तुमसे मिले हम  बैठ फुर्सतमें टटोलें पुराने किस्से, और हम उन्हींमें लौट जाएँ हो सकता है   बरसों की कश्मकशने बदल दिया है चेहरे को रंग रूप भी जिंदगीके साथ घट-बढ़ गए हैं  जो लहराते थे खुल के हवाओं में, घटाओं से  तुम्हारी साडीके नीचे जुड़े में बंध गए हैं  सुबह सुबह उन भीने केशों को तुम खोलो  और सावन आ जाये हो सकता है मैं और भी बदलूंगा आने वाले वक़्त में तुम भी शायद ऐसी नहीं रहोगी जिम्मेदारियां घेरेंगी और भी हमको बच्चोंकी फरम...

सफ़र...

हर सफ़र जो शुरू होता है, कभी ख़त्म भी होना है  हर हँसते चेहरे को इक बार, गमें इश्क में रोना है  मिलकर के बिछड़ना, फिर बिछड़कर है मिलना;  ये प्यार की मुलाकातें, हैं इक सुहाना सपना  हर रात के सपने को, सुबह होते ही खोना है;  हर हँसते चेहरे को इक बार, गमें इश्क में रोना है  है याद उसकी आती जिसे चाहते भुलाना;  दिलके इस दर्द को है मुश्किल बड़ा छुपाना  ऐ दिल तू है क्या, एक बेजान खिलौना है;  हर हँसते चेहरे को इक बार, गमें इश्क में रोना है  परवाने हैं हम किस्मत, हस्ती का फना होना;  पाने को जिसे जीना, पाकर है उसको मरना  हर शाम इसी शमा में जलकर धुआं होना है,  हर हँसते चेहरे को इक बार, गमें इश्क में रोना है  चंद लम्हों की ज़िन्दगी है मोहब्बत के लिए कम  किसको करें शिकवा, शिकायत किससे करें हम  हिज्रकी लम्बी रातों में यादोंके तकिये लिए सोना है हर हँसते चेहरे को इक बार, ग़में इश्क़ में रोना है  बेख़यालीमे अपनी जगह नाम उनका लिक्खे जाना  दीवाने हो गए फिर आया समझ, क्या होता है दीवाना  जूनून-ऐ-इश्क़से तरबतर दिलका हर ए...