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उषा का प्रश्न

उषा का प्रश्न है यह 
भोर तुमसे पूछती है
जो देखे स्वप्न उनको 
पूरा करना चाहते क्या?

उठो अब भी समय की 
थाम लो जो दिन बचा है 
विजय तक लेके जाता 
और कोई मार्ग है क्या?

शिखर का ध्यान रक्खो
और दृष्टि हर कदम पर 
जो ना भटकेगा पथ से 
ध्येय कभी चूकता क्या?

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